Episode 3 - Mazhabi Deewar
पहला कोना with सुजल द्रोणा: एपिसोड 3 – ‘मज़हबी दीवार’
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ये कहानी है मुलायम मिर्ज़ा की जो दिल के इतने कोमल है कि कोई कुछ भी कह दे पर मिर्ज़ा उसे कभी पलट कर जवाब नहीं देते। लेकिन एक दिन जब एक बाहर वाले ने आकर मिर्ज़ा के उन रिश्तों पर ऊँगली उठाई जो उसने और उसके मुंहबोले बोले बड़े भाई धन्नू ने एक दूसरे के परिवार से मजहबों के फासलों को परे रखकर बनाए थे तो मुलायम मिर्ज़ा कुछ ऐसे सख्त हुए कि मजहब की हर दीवार तब टूट गई….
यह जानने के लिए कि मिर्ज़ा अपने करीबी लोगों के लिए अपनी आवाज़ कैसे उठाते हैं। सुने शो ‘पहला कोना विद सुजल द्रोणा’ की तीसरी कहानी ‘मज़हबी दीवार’ को हमारे कथाकार सुजल द्रोणा के साथ।
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