
सोनू सूद का दमदार संदेश: गुटखा को कहें ना, मेहनत और ईमानदारी को कहें हां
अभिनेता और समाजसेवी सोनू सूद ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि देश भर में उनकी प्रशंसा क्यों की जाती है। सिनेमा की चकाचौंध से परे, सोनू सूद लगातार भारत की रीढ़ — हमारे किसान और छोटे व्यवसायियों — के साथ मजबूती से खड़े रहते हैं, जो अपनी आजीविका ईमानदारी और कड़ी मेहनत से कमाते हैं।

यह भी पढ़े: राहत से पुनर्निर्माण तक: सोनू सूद और उनकी बहन का पंजाब के बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए बड़ा संकल्प
हाल ही में उन्होंने सुरेश गिरी की कहानी को सामने लाया, जो एक साधारण किसान हैं जो ट्रैक्टर पर अपनी दुकान चलाते हैं और पूरी ईमानदारी से मिर्च बेचते हैं। ऐसे मेहनती लोगों के साथ खड़े होकर सोनू सूद ने एक और अहम मुद्दे पर आवाज़ उठाई है — गुटखे का विरोध।
उनका मानना है कि व्यवसाय में स्वास्थ्य, सम्मान और ईमानदारी हमेशा सबसे ऊपर होनी चाहिए। गुटखा को ना और ईमानदारी से कमाई को हाँ कहकर, उन्होंने अपने लाखों फॉलोअर्स के लिए एक मिसाल कायम की है, और कैप्शन में लिखा है,
“गुटखा को कहें ना” ❤️🙏
पोस्ट देखें – https://www.instagram.com/reel/DOu4R8-AoZr/
सोनू सूद अपनी मानवीय सेवाओं और ईमानदारी के पक्ष में खड़े होने के अपने प्रयासों को साथ लेकर चल रहे हैं — चाहे वह पंजाब के आपदा प्रभावित परिवारों की मदद हो या देश के मेहनती किसानों की। वे लगातार छोटे व्यापारियों, किसानों और मेहनतकश लोगों को प्रोत्साहित कर रहे हैं, जो हमारे देश की अर्थव्यवस्था की असली बुनियाद हैं।
उनका संदेश सीधा, सरल लेकिन बेहद प्रभावशाली है — ईमानदारी का सम्मान करें, किसानों का समर्थन करें और एक स्वस्थ भारत का निर्माण करें।
Chartbusters and Cultural Icons: रॉकस्टार डीएसपी, ए.आर. रहमान, एम.एम. कीरवानी, शंकर-एहसान-लॉय और अजय-अतुल – भारत के 5 सबसे प्रभावशाली संगीतकार
ये संगीत के उस्ताद सिर्फ़ गीत ही नहीं रचते। वे ऐसी कल्चरल फेनोमेना रचते हैं जो भाषाओं, पीढ…