
ऑपरेशन सिंदूर में 100 से ज़्यादा आतंकी 22 मिनट में हुए थे खत्म, राजनाथ सिंह का खुलासा
सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद को संबोधित करते हुए ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ एक शानदार सफलता बताया।
सिंह ने इस ऑपरेशन को एक “तेज़ और निर्णायक प्रहार” बताया और ज़ोर देकर कहा कि भारतीय सैनिकों ने आतंकवादियों के गढ़ों में घुसकर “हमारी माताओं और बहनों के सिंदूर का बदला लिया।” उन्होंने आगे कहा कि “सिंदूर की यह लाली बहादुरी की कहानी है।”

यह भी पढ़े: बिहार में एक कुत्ते को मिला निवास प्रमाण पत्र, माता-पिता का नाम “कुत्ता बाबू” और…..
रक्षा मंत्री के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर ने मात्र 22 मिनट में 100 से ज़्यादा आतंकवादियों, उनके आकाओं और प्रशिक्षकों को ढेर कर दिया और प्रमुख आतंकी ठिकानों पर सटीक सर्जिकल स्ट्राइक की।
सिंह ने ज़ोर देकर कहा कि पाकिस्तानी दबाव के कारण इस अभियान में कोई देरी या समझौता नहीं हुआ और यह तब तक जारी रहा जब तक कि हर लक्ष्य हासिल नहीं हो गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस अभियान का उद्देश्य क्षेत्रीय लाभ हासिल करना नहीं, बल्कि आतंकवादी ढाँचे को ध्वस्त करना था।
उन्होंने कहा, “इसका उद्देश्य ज़मीन पर कब्ज़ा करना नहीं था, बल्कि उन लोगों को नष्ट करना था जो लंबे समय से भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए पनाह लिए हुए थे।”
तीनों सेनाओं का समन्वय और आत्मरक्षा
सिंह ने इस अभियान के दौरान तीनों सेनाओं के अनुकरणीय समन्वय पर प्रकाश डाला। नौसेना ने उत्तरी अरब सागर में अपनी उपस्थिति बढ़ा दी, जबकि वायु सेना ने मुरीदके और बहावलपुर में लक्ष्यों पर सटीक निशाना साधा। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह अभियान पूरी तरह से आत्मरक्षा में चलाया गया था, जिससे पाकिस्तान के तनाव बढ़ने के दावों का खंडन होता है।
सिंह ने बताया कि “पाकिस्तान ने इलेक्ट्रॉनिक युद्धक उपकरणों का इस्तेमाल किया और हमारे हवाई अड्डों पर हमला किया — लेकिन हमने हर कोशिश को नाकाम कर दिया।”
ऑपरेशन सिंदूर पर बहुप्रतीक्षित बहस बार-बार स्थगित हुई क्योंकि विपक्षी दलों ने बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) मतदाता सत्यापन अभियान का कड़ा विरोध किया, यह दावा करते हुए कि इससे हाशिए पर पड़े समूहों को मताधिकार से वंचित किया जा सकता है।
कई बार स्थगन के बाद ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा आखिरकार दोपहर 2:05 बजे शुरू हुई। हालाँकि सरकार ने इस अभियान को सुरक्षा की दृष्टि से एक बड़ी जीत बताया, लेकिन सदन में तनाव बना रहा, विपक्षी सांसद राष्ट्रीय सुरक्षा पर बात करने से पहले बिहार एसआईआर अभियान पर चर्चा की माँग करते रहे।
ऑपरेशन सिंदूर पर मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा दोनों में 16-16 घंटे तक बहस जारी रहेगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बोलने की उम्मीद है।
सोनू सूद के जन्मदिन पर इंसानियत को तोहफा: 500 बुज़ुर्गों के लिए वृद्धाश्रम की घोषणा
सालों से सोनू सूद ने फिल्मी दुनिया की सीमाओं से बाहर निकलकर समाजसेवा को अपनी प्राथमिकता बन…