
बिहार में एक कुत्ते को मिला निवास प्रमाण पत्र, माता-पिता का नाम “कुत्ता बाबू” और…..
बिहार के पटना ज़िले में एक अजीबोगरीब घटना ने व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है और लोक सेवाओं के अधिकार (आरटीपीएस) पोर्टल की विश्वसनीयता पर गंभीर चिंताएँ खड़ी कर दी हैं।
“कुत्ता बाबू” नाम के एक कुत्ते को निवास प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया, जिसमें उसकी तस्वीर भी थी और पिता के रूप में “कुत्ता बाबू” और माता के रूप में “कुतिया देवी” दर्ज थी। प्रमाण पत्र में “कुत्ता बाबू” को मसौढ़ी का निवासी बताया गया था।

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जन आक्रोश और सरकारी कार्रवाई
सोशल मीडिया पर इस अविश्वसनीय सरकारी पहचान पत्र के सामने आने के बाद बिहार सरकार की तुरंत और तीखी आलोचना हुई। यह घटना जल्द ही राज्य की सार्वजनिक सेवाओं में सुरक्षा में ढिलाई और संदिग्ध विश्वसनीयता का प्रतीक बन गई।
प्रमाण पत्र रद्द, प्राथमिकी दर्ज
जनता की भारी प्रतिक्रिया के बाद, बिहार सरकार ने तुरंत इस त्रुटि को सुधारने के लिए कदम उठाया। “कुत्ता बाबू” को जारी किया गया निवास प्रमाण पत्र सोमवार को आधिकारिक रूप से रद्द कर दिया गया।
इसके अलावा, पटना जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए आवेदक, कंप्यूटर ऑपरेटर और फर्जी प्रमाणपत्र जारी करने वाले अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
जांच जारी है
पटना जिला प्रशासन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर स्थिति की जानकारी देते हुए प्रमाणपत्र रद्द करने और एफआईआर दर्ज करने की पुष्टि की। उन्होंने यह भी बताया कि अनुमंडल अधिकारी (एसडीओ) स्तर की जांच शुरू कर दी गई है।
मसौढ़ी के एसडीओ को विस्तृत जांच कर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। प्रशासन ने कहा कि इस मामले में दोषी पाए जाने वाले सभी कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ विभागीय और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना भविष्य में ऐसी गंभीर त्रुटियों को रोकने के लिए सरकारी पोर्टलों में सख्त सत्यापन प्रक्रियाओं और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता को उजागर करती है।
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